SBI Bank: मालखरौदा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है कि ग्राम छपोरा में 18 सितंबर से एक फर्जी भारतीय स्टेट बैंक शाखा खुली हुई है, जहां 6 लोग कार्यरत हैं। मालखरौदा थाना प्रभारी द्वारा पूछताछ करने पर अनिल भास्कर और अन्य व्यक्तियों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने मिलकर भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए और धोखाधड़ी करते हुए नकली ज्वाइनिंग लेटर देकर फर्जी बैंक खोला। इस मामले में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और संबंधित अपराध की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी गई है।विवेचना के दौरान घटना स्थल ग्राम छपोरा से 09 नग कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, बैटरी और फर्नीचर सामग्री जब्त की गई है। मामला गंभीर प्रकृति का होने के कारण पुलिस अधीक्षक जिला सक्ती, अंकिता शर्मा द्वारा आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए। साइबर टीम की सहायता से आरोपी अनिल भास्कर की गिरफ्तारी के लिए उसके निवास स्थान ग्राम दुम्हनी, थाना बिलाईगढ़ से उसे हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया और बताया कि उसने ठगी से लोगों से 6,60,000 रुपये अलग-अलग यूपीआई आईडी के माध्यम से प्राप्त किए। इस राशि से विलासिता पूर्ण सामग्री खरीदी गई, जो जब्त कर ली गई है। आरोपी के बैंक खाते में बचत के रूप में 83,000 रुपये भी जब्त किए गए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने 08 अन्य सहयोगियों के नामों का भी खुलासा किया है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में अलग-अलग टीमें रवाना की गई हैं। पर्याप्त सबूत मिलने पर आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।आरोपी एक अभ्यस्त और शातिर प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिसके खिलाफ रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 7,50,000 रुपये की ठगी का मामला थाना तोरवा, जिला बिलासपुर में धोखाधड़ी के अपराध के रूप में दर्ज है। इसके अलावा, आरोपी ने विभिन्न स्थानों पर कई व्यक्तियों को अलग-अलग विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर धोखाधड़ी की है।