Terror of elephants in CG : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के जंगलों में इस समय सैकड़ों की संख्या में जंगली हाथी विभिन्न दलों में विचरण कर रहे हैं। हाल ही में मंगलवार की सुबह झगरपुर जंगल से लारीपानी जंगल की ओर हाथियों के एक बड़े दल का वीडियो सामने आया है। इस दृश्य को देखकर, गांव के ग्रामीण अपनी फसलों की रक्षा के लिए एकजुट हुए और हाथियों को भगाने के प्रयास में हो-हल्ला करते रहे। ग्रामीणों का यह सामूहिक प्रयास दर्शाता है कि वे अपने खेतों की सुरक्षा के लिए कितने चिंतित हैं, और हाथियों की विशालता और शक्ति के सामने अपनी फसलों को बचाने के लिए कितनी मेहनत कर रहे हैं।रायगढ़ जिले में इन दिनों जंगली हाथियों की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा देखा जा रहा है। हाल के दिनों में हाथियों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे इस बात की पुष्टि होती है। जब हाथियों का दल गांव के करीब पहुंचता है, तो ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन जाता है। अपनी बेशकीमती फसलों की रक्षा के लिए, कई ग्रामीण एकजुट होकर हाथियों को भगाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहे हैं।
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें ग्रामीणों का एक बड़ा समूह हाथियों को भगाने के लिए हो-हल्ला करता हुआ दिखाई दे रहा है। इस वीडियो में ग्रामीणों की एकजुटता और साहस स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जो दर्शाता है कि वे अपने गाँव और फसलों की सुरक्षा के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं। ऐसे दृश्य यह दर्शाते हैं कि मनुष्य और प्रकृति के बीच संघर्ष किस तरह से सामाजिक एकता और साहस को प्रेरित कर रहा है।गांव के ग्रामीणों ने बताया कि आज सुबह लगभग साढ़े 7 बजे के आसपास झगरपुर जंगल से निकलकर हाथियों का एक बड़ा दल बस्ती के करीब पहुंच गया। इस दल में लगभग नर, मादा और शावकों को मिलाकर कुल 29 हाथी थे। गांव के लोग एकजुट होकर सभी हाथियों को काफी मेहनत के बाद लारीपानी जंगल की तरफ भगाने में सफल हुए। इस क्षेत्र में हाथियों के बड़े दल के विचरण करने से आसपास के आधे दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है। ग्रामीणों ने बताया कि वे हाथियों के हमले से डर रहे हैं और इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं।रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में इन दिनों वन्यजीवों का एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिल रहा है। यहां लगभग 100 हाथी विभिन्न बीट में विचरण कर रहे हैं, जबकि रायगढ़ वन मंडल में भी 49 हाथियों की उपस्थिति दर्ज की गई है। इस क्षेत्र के जंगलों में मौजूद हाथियों में 40 नर हाथी, 74 मादा हाथी, और 35 छोटे हाथी शामिल हैं। यह संख्या दर्शाती है कि हाथियों की बस्ती यहां कितनी समृद्ध है, और यह वन मंडल वन्यजीवों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया है। हाथियों का यह झुंड पर्यावरण के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और इनके संरक्षण की आवश्यकता को दर्शाता है।बीती रायगढ़ में जंगली हाथियों ने एक बार फिर से किसानों की धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस घटना में कुल 60 से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं। विशेष रूप से रूंवाफुल में 7, रामकुरिया, कमोसिनडांड, और चाल्हा में 14 किसान, धौराभांठा और काजूबाड़ी में 4, सोहनपुर में 2, तेजपुर में 3, और पौड़ी में 3 किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं। इसके अलावा, लैलूंगा रेंज में 27 किसानों को नुकसान पहुंचा है, साथ ही रायगढ़ वन मंडल के अमलीडीह में 6 और पाकादरहा में 3 किसानों की धान की फसलें भी प्रभावित हुई हैं। इस तरह की घटनाएं किसानों के लिए गंभीर समस्या बन गई हैं, जो उनकी आजीविका को खतरे में डालती हैं।