RAIPUR: शासकीय सरस्वती कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पुरानी बस्ती में, हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया के सहयोग से “2030 नो चाइल्ड लेफ्ट बिहाइंड प्रोजेक्ट” के तहत एक दिवसीय शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों की सीखने की क्षमता को बढ़ाना था। यह कार्यशाला कदम प्लस रायपुर प्रोजेक्ट के अंतर्गत आयोजित की गई।
कार्यशाला में शिक्षकों को विभिन्न शैक्षिक तकनीकों और रणनीतियों के बारे में जानकारी दी गई, जिससे वे अपने छात्रों के लिए एक सकारात्मक और समावेशी शिक्षण वातावरण बना सकें। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में शिक्षकों के अनुभवों और विचारों को साझा करने का अवसर भी प्रदान किया गया, जिससे वे एक-दूसरे से सीख सकें और अपनी शिक्षण विधियों में सुधार कर सकें।
यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा में हुए बदलावों, भारत सरकार के निपुण भारत मिशन, और कदम प्लस प्रोग्राम के तहत बच्चों की सीखने की क्षमता में वृद्धि के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया का एक विवरण प्रस्तुत है:
प्रशिक्षण का विवरण:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा प्रणाली में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इसके अंतर्गत, भारत सरकार ने निपुण भारत मिशन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाना है। इस मिशन के तहत, राज्य शासन और समग्र शिक्षा के सहयोग से हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया द्वारा कदम प्लस प्रोग्राम विकसित किया गया है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि वे बच्चों की सीखने की क्षमता को बढ़ा सकें। प्रशिक्षण के दौरान, यह चर्चा की गई कि कक्षा में बच्चों का क्या स्तर है और उन्हें क्या-क्या सीखने की आवश्यकता है।