Raipur: राजधानी रायपुर में यातायात को सुगम बनाने और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से सोमवार को सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में रायपुर में प्रस्तावित और चल रही कई बड़ी परियोजनाओं पर गहन चर्चा की गई। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य शहर के यातायात को व्यवस्थित करना और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर में चल रहे और प्रस्तावित फ्लाईओवर परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सरोना चौक, उद्योग भवन चौक, तेलीबांधा चौक पर 600 करोड़ रुपये की लागत से और धनेली जंक्शन पर 400 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित फ्लाईओवर परियोजनाओं पर चर्चा की।
उन्होंने रायपुर में बढ़ते यातायात दबाव को कम करने के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। बैठक में 3,500 करोड़ रुपये की लागत से 186 किलोमीटर लंबे रायपुर-बलौदाबाजार-सारंगढ़ हाईवे और 5,600 करोड़ रुपये की लागत से 228 किलोमीटर लंबे धमतरी-जगदलपुर हाईवे को चौड़ा कर चार लेन बनाने की परियोजना की जानकारी भी ली गई।
सांसद अग्रवाल ने कहा कि राजधानी में ट्रैफिक का बढ़ता दबाव और रिंग रोड नंबर 5 पर हो रही सड़क दुर्घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रिंग रोड के किनारे 11 मीटर चौड़ी सर्विस लेन के निर्माण और तेलीबांधा से ताटीबंध तक एलिवेटेड रोड बनाने की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
सांसद ने यह भी जानकारी दी कि सरोना और इंद्रप्रस्थ के बीच रिंग रोड पर अंडरपास निर्माण पर विचार किया जा रहा है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या को कम किया जा सके। इसके साथ ही, पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित एक्सप्रेस वे को एनएचएआई को सौंपने के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र भी लिखा गया है। इन योजनाओं से राजधानी के यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव आने की उम्मीद है।