Railway Tender: आज के इस लेख में हम आपके लिए एक ऐसा प्रोजेक्ट लेकर आए हैं, जो कि सरकार की तरफ से बेरोजगार लोगों के लिए एक काम करने का बेहतरीन अवसर है। आपको बता दें कि यह काम भारतीय रेलवे का एक प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट में ठेकेदारों और लेबर दोनों को ही काफी फायदा हो सकता है। यह प्रोजेक्ट उन लोगों के लिए बहुत ही लाभकारी है जो रोजगार की तलाश में हैं और रेलवे सेक्टर में काम करने की इच्छा रखते हैं।
यह प्रोजेक्ट न सिर्फ रोजगार के अवसर प्रदान करता है, बल्कि इससे देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत बनाने में मदद मिलती है। ठेकेदारों और मजदूरों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है, क्योंकि रेलवे में काम करने के लिए बड़े पैमाने पर मजदूरी और ठेकेदारी की जरूरत होती है।
यह एक रेलवे टेंडर कार्य है, जिसमें रेल की पटरी के किनारे गड्ढा खुदाई की जाएगी। इस कार्य के लिए आपको रेलवे पटरी के किनारे लगभग 1 किलोमीटर लंबी जगह को खोदना होगा, और यह गड्ढा लगभग 1 फुट गहरा होगा। गड्ढा खोदने के बाद, आपको इसमें अर्थिंग वायर बिछानी होगी, जो रेलवे के सुरक्षित संचालन के लिए महत्वपूर्ण होती है। अर्थिंग वायर की बिछाने का कार्य सही तरीके से और सुरक्षित रूप से करना आवश्यक होगा।
यह विवरण रेलवे के टेंडर और मजदूरी से संबंधित है, जिसमें बताया गया है कि रेलवे हर एक मजदूर को ₹15000 प्रति माह देगी। इसके अतिरिक्त, यदि कोई ठेकेदार लेबर लेकर आता है और रेलवे का टेंडर काम कराता है, तो उसे ₹30000 तक वेतन मिलेगा। अब हम रेलवे के इस टेंडर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करेंगे।
यह जानकारी विशेष रूप से रेलवे के मजदूरी से जुड़ी है और ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान से संबंधित है। यह जानकारी रेलवे द्वारा दिए गए निर्देशों और टेंडर की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताएगी, जिससे संभावित ठेकेदार और मजदूर इस प्रक्रिया को समझ सकें।
एक महीने में 35 किलोमीटर काम पूरा करना अनिवार्य
इस रेलवे टेंडर प्रोजेक्ट में 25 से 30 लेबर की टीम की आवश्यकता है। टीम को हर महीने कम से कम 35 किलोमीटर का काम पूरा करना होगा। अगर काम समय पर पूरा नहीं होता है, तो वेतन में कटौती हो सकती है। वहीं, यदि लेबर 40 किलोमीटर तक का काम पूरा कर लेते हैं, तो उन्हें ₹20,000 का अतिरिक्त राशन दिया जाएगा।
₹30,000 मासिक वेतन पर ठेकेदार की नियुक्ति
इस काम को सही तरीके से चलाने के लिए एक सुपरवाइजर यानी ठेकेदार को नियुक्त किया जाएगा, जिसे ₹30,000 प्रति माह वेतन दिया जाएगा। यह ठेकेदार यह सुनिश्चित करेगा कि सभी कार्य समय पर और सही तरीके से पूरे हों, ताकि काम में किसी भी प्रकार की देरी या गड़बड़ी न हो। उसकी जिम्मेदारी होगी कि वह कार्यों की निगरानी करे और टीम को मार्गदर्शन प्रदान करें ताकि निर्धारित लक्ष्य और समयसीमा के भीतर सभी कार्य पूरे हो सकें।
लेबरों के लिए भोजन व्यवस्था और सुविधाजनक भोजन
रहने की व्यवस्था: लेबर के रहने के लिए कमरे और खाना बनाने की जगह प्रदान की जाएगी।