RAIPUR NEWS: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सादगी और संवेदनशीलता का ऐसा उदाहरण कम ही देखने को मिलता है, जो सीधे लोगों के दिलों तक पहुंच सके। हाल ही में, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित छत्तीसगढ़ दिवस के अवसर पर ऐसा ही नजारा देखने को मिला। इस भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और कला का अद्भुत प्रदर्शन हो रहा था।
मंच पर कलाकार अपनी नृत्य, संगीत और लोक कलाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहे थे। दर्शक तालियों की गूंज से कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे थे। इस आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपनी आत्मीयता और सरल व्यक्तित्व से सभी का ध्यान खींचा। उनके संवेदनशील व्यवहार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वे न केवल एक कुशल नेता हैं, बल्कि एक सच्चे लोकसेवक भी हैं।
उनकी उपस्थिति और व्यवहार ने कार्यक्रम में एक अलग ही ऊर्जा भर दी, जो दर्शकों और कलाकारों के बीच संबंध को और प्रगाढ़ कर गया। छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति के इस उत्सव में उनकी सादगी ने आयोजन को और भी खास बना दिया।
इस वाक्य में एक भावनात्मक दृश्य का वर्णन किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री साय अपने कार्यक्रम के दौरान एक वृद्ध व्यक्ति पर ध्यान देते हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी स्थिति देखकर अपने सहायक को उन्हें पास बुलाने का निर्देश दिया। जब वृद्ध व्यक्ति मुख्यमंत्री के पास पहुंचे, तो साय ने आत्मीयता से उनका स्वागत किया और उन्हें अपने पास बैठने का आग्रह किया। यह घटना मुख्यमंत्री के संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाती है।
सम्मान और विनम्रता की सराहना: तिवारी जी ने इस बात को महत्वपूर्ण बताया कि मुख्यमंत्री, जो इतने ऊंचे पद पर हैं, फिर भी उन्होंने अपनी विनम्रता और मूल संस्कार बनाए रखे। मुख्यमंत्री ने उन्हें सम्मान दिया, अपने पास बैठाया, और उनकी कुशलक्षेम पूछी, जो उनके व्यक्तित्व की संवेदनशीलता और आदरभाव को दर्शाता है।