CG NEWS : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का अस्पताल इन दिनों लापरवाही के कारण सुर्खियों में है। यहां मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लापरवाही के कारण पहले ही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खुल चुकी है। इसके बाद अब जिले के अस्पताल के लैब में एक और गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एचआईवी पॉजिटिव मरीज को गलत रिपोर्ट दी गई। इस लैब ने एचआईवी पॉजिटिव मरीज को नेगेटिव बताया, जबकि सच्चाई यह थी कि यह मरीज पिछले 5 वर्षों से एआरटी (एंटी रेट्रोवायरल थैरेपी) दवाइयां ले रहा था। यह घटना अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था में गंभीर कमी को दर्शाती है, जिससे मरीजों की जान को खतरा हो सकता है।
यह मामला दंतेवाड़ा कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के पास शिकायत के रूप में पहुंचा था। शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद, जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने पांच लैब टेक्नीशियन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस प्राप्त करने वालों में सचिन मसीह, एमन ठाकुर, विजय सिन्हा, मंजू साहू, शिवानी और शार्दूल का नाम शामिल है। इन लैब टेक्नीशियनों से जवाब तलब किया गया है कि वे इस मामले में क्या सफाई पेश करते हैं।
जिला अस्पताल दंतेवाड़ा में एचआईवी और वीडीआरएल (VDRL) की जांच पर गलत रिपोर्ट थमाए जाने का मामला सामने आया है। एक अज्ञात मरीज ने बताया कि वह पिछले 5 वर्षों से एचआईवी पॉजिटिव है और इसके लिए एआरटी (एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी) की दवाइयां भी ले रहा है। हाल ही में जब वह जिला अस्पताल में इलाज के लिए ओपीडी (ओपन ओपीडी) आया, तो उसका ब्लड सैंपल लैब में जांच के लिए भेजा गया। लेकिन, लैब से आई रिपोर्ट में ब्लड टेस्ट को निगेटिव बताया गया। इस रिपोर्ट को देखकर मरीज ने खुद ही प्रमाण पत्र दिखाया कि वह एचआईवी पॉजिटिव है। इसके बाद यह खुलासा हुआ कि, जिला अस्पताल की लैब, ‘हमर लैब’ में मरीजों को गलत रिपोर्ट दी जा रही थी।