CG NEWS : नवगठित जिला सक्ति के ग्राम पंचायत मल्दा के निवासियों ने लंबे समय से उप स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल के उन्नयन की मांग को लेकर संघर्ष किया है। गांव में एक हाई स्कूल तो है, लेकिन उसे हाई सेकेंडरी स्कूल में उन्नत करने की मांग कई वर्षों से लंबित है। इसके कारण छात्रों को अपनी उच्च शिक्षा के लिए दूसरे गांवों का रुख करना पड़ता है, जिससे उनके माता-पिता चिंतित रहते हैं।गाँव के लोगों ने कई बार अधिकारियों, कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों को आवेदन दिए हैं, लेकिन उनकी मांगों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल में पर्याप्त कक्षाएं और शिक्षक उपलब्ध हैं, फिर भी स्कूल का उन्नयन नहीं हो रहा है। गांव के छात्रों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से भी इस समस्या का समाधान कराने की अपील की है, ताकि जल्द से जल्द इस मुश्किल का हल निकल सके और शिक्षा के स्तर में सुधार हो।गांव की एक महिला ने बताया कि बच्चों को दूसरे गांव भेजने में उन्हें हमेशा डर बना रहता है। इस गांव की जनसंख्या लगभग 6000 है, और यहां के निवासियों ने कई बार चुनावों का बहिष्कार भी किया है, लेकिन इसके बावजूद उनकी मांगें अब तक अनसुनी ही रही हैं। ग्राम पंचायत मल्दा में आसपास के गांवों से भी छात्र-छात्राएं पढ़ाई के लिए आते हैं, लेकिन यहां केवल दसवीं कक्षा तक ही शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है। इसके बाद की पढ़ाई के लिए बच्चों को या तो दूसरे गांव जाना पड़ता है या फिर निजी स्कूलों में दाखिला लेना पड़ता है।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे चक्का जाम करेंगे। गांव के युवा और महिला समूहों ने कलेक्टर को कई बार आवेदन देकर अपनी समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास किया है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनकी आवाज़ को नजरअंदाज किया गया, तो उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।