Multiverse का मतलब है कि हमारा ये जो ब्रह्मांड है — ये एक मात्र नहीं, बल्कि ऐसे अरबों ब्रह्मांडों में से एक हो सकता है!
हर ब्रह्मांड का अपना समय, अपने भौतिक नियम, और अपनी कहानी होती है।
कहीं पर गुरुत्वाकर्षण हमसे ज़्यादा हो सकता है, तो कहीं पर समय बिल्कुल अलग तरीके से काम करता हो। और सुनो — कहीं पर “आप” भी हो सकते हैं, लेकिन बिल्कुल अलग decisions के साथ।
Multiverse की शुरुआत कहां से मानी जाती है?
Quantum Physics और Cosmic Inflation जैसी थ्योरीज़ के आधार पर वैज्ञानिक मानते हैं कि Big Bang सिर्फ एक नहीं, बल्कि Multiple Bangs हुए हो सकते हैं, जिससे अलग-अलग ब्रह्मांड बने हों।
Science + Sci-Fi = सच में मिल रहे हैं!
आज जिन चीज़ों को हम Marvel की फिल्मों में देखते हैं — जैसे “Doctor Strange” या “Loki” — वो सब Multiverse के concepts पर आधारित हैं, और असल साइंस में भी इन पर रिसर्च चल रही है!
इसे समझना क्यों ज़रूरी है?
Multiverse की थ्योरी हमें बताती है कि “हमारी रियलिटी” शायद ultimate reality नहीं है।
यह हमारी सोच, आत्मा, और अस्तित्व को एक नए स्तर पर ले जाती है — और हमें ये महसूस कराती है कि हम सिर्फ “एक कहानी” का हिस्सा हो सकते हैं… और ऐसे लाखों-करोड़ों alternate versions मौजूद हो सकते हैं।
Bonus Fact:
कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लैक होल्स दूसरे ब्रह्मांडों के दरवाजे हो सकते हैं — यानी जब कुछ ब्लैक होल में गिरता है, तो वह किसी और यूनिवर्स में पहुंच सकता है!