आपका दिमाग एक सेकंड में करीब 20 वॉट बिजली (electricity) जनरेट करता है — जो कि एक कम पावर के LED बल्ब को जलाने के लिए काफी है!
और ये बिजली ऐसे ही नहीं बनती —
हर सेकंड लाखों न्यूरॉन्स (brain cells) के बीच signal transmission होता है, और ये communication बिजली के करंट की तरह होता है।
मतलब:
आप जब सोचते हैं, याद करते हैं, सपने देखते हैं, यहां तक कि चुपचाप बैठे रहते हैं — तब भी आपका दिमाग बिजली की तरह एक्टिव होता है!
मज़ेदार बात ये है:
दिमाग आपके शरीर के वजन का केवल 2% है, लेकिन यह पूरे शरीर की 20% एनर्जी अकेला खा जाता है!
Yes bro — दिमाग हर वक्त भूखा रहता है, और इसे constant फ्यूल चाहिए होता है — यानी ऑक्सीजन और ग्लूकोज़।
इसे समझना क्यों जरूरी है?
ये जानकर आप समझ सकते हो कि क्यों मानसिक थकान असली होती है।
और ये भी कि सही नींद, अच्छा खाना, और मेडिटेशन जैसे काम दिमाग को बेहतर काम करने में मदद करते हैं।
Bonus Fact:
आपका दिमाग हर सेकंड 100 ट्रिलियन से ज़्यादा connections को मैनेज करता है — ये दुनिया के किसी भी सुपरकंप्यूटर से तेज़ और efficient है।