गरियाबंद: इस अवसर पर मंदिर के पंडित आचार्य रोमीतराज त्रिपाठी और गोवर्धन मठ पूरी के भगवान शंकराचार्य के संगठन आदित्य वाहिनी के बस्तर संभाग प्रमुख अनिल सामंत ने जानकारी दी कि प्रत्येक मास में भूतेश्वर महाराज के मंदिर में नित्य अभिषेक और पूजन का आयोजन होता है। विशेष रूप से हर माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि पर यहाँ विशेष पूजन, श्रृंगार और अन्न प्रसाद भोग भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें आसपास के सभी भक्त सम्मिलित होते हैं और भगवान का दर्शन कर प्रसाद ग्रहण करते हैं।
यह कार्यक्रम पूरे वर्ष भर चलता है और त्रयोदशी और चतुर्दशी के दिन विशेष रूप से किया जाता है। इस समय पितृ पक्ष का समय चल रहा है, और इस पवित्र आश्विन महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि का शुभ दिन भी पड़ गया है। साथ ही सोमवार का दिन होने के कारण, भगवान भूतेश्वर का विभिन्न पवित्र द्रव्यों से अभिषेक और श्रृंगार किया गया, और भंडारे का आयोजन भी संपन्न हुआ।गोवर्धन मठ पुरी के शंकराचार्य के संगठन “आदित्य वाहिनी” के बस्तर संभाग प्रमुख अनिल सामंत ने भोग भंडारे के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह आयोजन सभी भक्तजनों के सहयोग से होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस भंडारे के लिए किसी अन्य स्रोत से कोई सहायता नहीं ली जाती और भविष्य में भी ऐसी कोई आवश्यकता नहीं होगी। यह कार्यक्रम सदैव भूतेश्वर महाकाल महादेव मंदिर के भक्तों के सहयोग और प्रबंध से ही चलता रहेगा।
साथ ही, सामंत ने महाराष्ट्र सरकार का भी धन्यवाद ज्ञापित किया, जिन्होंने देशी गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र में शिंदे सरकार की इस पहल की सराहना की और आभार व्यक्त किया।
इस भोग भंडारे के अवसर पर सैकड़ों की संख्या में भगवान भूतेश्वर महाकाल महादेव के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया और आयोजन को सफल बनाने में भाग लिया।जगदलपुर के भूतेश्वर महाकाल महादेव मंदिर में भंडारे का आयोजन
जगदलपुर नगर के पनारा पारा स्थित भगवान लक्ष्मीनारायण मंदिर के प्रांगण में स्थित भूतेश्वर महाकाल महादेव मंदिर में भंडारे का भव्य आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान महादेव का आशीर्वाद प्राप्त किया।