CG News: रायपुर में वनोपज अंतर्विभागीय समिति की बैठक मंत्रालय में गुरुवार को आयोजित की गई, जिसमें वन मंत्री केदार कश्यप ने अध्यक्षता की। इस बैठक में चर्चा का मुख्य विषय ई-ऑक्शन प्रणाली के लागू होने से संबंधित था। अब इमारती लकड़ी, बांस, बल्ली और जलाऊ लकड़ी की नीलामी ई-नीलामी पोर्टल के माध्यम से होगी, जिससे संबंधित डिपो की नीलामी प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनेगी।
रायपुर, छत्तीसगढ़: मंत्रालय में गुरुवार को वनोपज अंतर्विभागीय समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें वन मंत्री केदार कश्यप ने बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में इमारती लकड़ी, बांस, बल्ली और जलाऊ जैसे वनोपज की नीलामी के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। समिति ने इन्होंने प्रस्ताव को मंजूरी दी कि अब इन वनोपजों की नीलामी खुली नीलामी के बजाय इलेक्ट्रॉनिक नीलामी के माध्यम से की जाएगी। इस कदम से नीलामी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने की उम्मीद जताई जा रही है।
मंत्री कश्यप ने आयोजित की महत्वपूर्ण बैठक
ई-ऑक्शन प्रणाली के लागू होने से इमारती लकड़ी, बांस, बल्ली, और जलाऊ लकड़ी की खरीदारी का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा। पहले जहां नीलामी में भाग लेने के लिए क्रेताओं को नीलामी स्थल पर उपस्थित होना पड़ता था, वहीं अब वे अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी स्थान से ई-नीलामी पोर्टल के माध्यम से संबंधित डिपो के नीलामी दिनांक पर भाग लेकर इन सामग्रियों की खरीद कर सकते हैं।
इस प्रणाली के लागू होने से विभाग के राजस्व में कम से कम 15 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, मंत्री कश्यप ने बैठक में निर्देशित किया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 67 लघु वनोपज के साथ-साथ अन्य प्रजातियों के लघु वनोपजों को भी समर्थन मूल्य पर खरीदी किया जाए। इसके साथ ही, लघु वनोपज के बाजार मूल्य का आंकलन करते हुए समर्थन मूल्य में वृद्धि की जाए, ताकि विक्रय को सुगम और लाभकारी बनाया जा सके।