JANJGIR CHAMPA: जांजगीर चाँम्पा की प्रार्थी सुलोचना बंजारे, जो डुग्गुपारा बालको थाना, बालको जिला कोरबा की निवासी हैं, ने वर्ष 2019 में छत्तीसगढ़ शिक्षाकर्मी और प्रयोगशाला सहायक पद की भर्ती हेतु बैंक परीक्षा में भाग लिया था, जिसमें उन्होंने आवेदन पत्र भरा था।प्रार्थी की अपने रिश्तेदार के माध्यम से आरोपी से जान पहचान हुई थी। जब प्रार्थी ने नौकरी लगाने की बात की, तो आरोपी ने बताया कि नौकरी लग जाएगी, लेकिन इसके लिए 05-06 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा, आरोपी ने एडवांस रकम के लिए प्रार्थी को अपने घर जांजगीर बुलाया। 14 अक्टूबर 2019 को, प्रार्थी के पति और चाचा न्यू चंदनिया पारा, जांजगीर में आरोपी मनमोहन सिंह के घर गए थे। वहां बातचीत के दौरान आरोपी ने कहा कि रिजल्ट जल्दी आएगा, और यदि रकम दी जाएगी तो नाम लिस्ट में शामिल हो जाएगा। फिर आरोपी ने 1,50,000 रुपये की एडवांस रकम मांगी, जो प्रार्थी ने दे दी। उसी दिन, कृष्णा कश्यप नामक एक और व्यक्ति ने भी आरोपी को 1,50,000 रुपये दिए थे।
15 अक्टूबर 2019 को वैकेंसी का रिजल्ट आया और पता चला कि रिजल्ट में नंबर कम आया था। तब प्रार्थी को धोखाधड़ी का अहसास हुआ और उसे यह समझ में आ गया कि उसका नौकरी नहीं लगेगा। जब प्रार्थी ने आरोपी से पैसा वापस मांगने की कोशिश की, तो आरोपी ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। इस पर प्रार्थी ने थाना जांजगीर में रिपोर्ट दर्ज करवाई, और आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 854/24 धारा 420 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। आरोपी मनमोहन सिंह को उसकी निवास से घेरकर पकड़ा गया और उससे पूछताछ की गई। आरोपी ने नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधड़ी करने की बात स्वीकार की। आरोपी ने कुछ पैसे फोन के जरिए लौटाए भी, लेकिन उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और 06 नवंबर 2024 को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।