JANJGIR CHAMPA: जिला जांजगीर-चांपा के रैंबो पब्लिक स्कूल में सभी छोटे और बड़े बच्चों को आत्मरक्षा के तरीके सिखाए जा रहे हैं। इसके लिए बाकायदा एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है। कई बार राह चलते लड़कियों को मनचलों की छेड़खानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे समय में खुद को कैसे सुरक्षित रखना है, इसके लिए एक्सपर्ट्स द्वारा छात्राओं को विशेष टिप्स दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही, उन्हें आत्मरक्षा के विभिन्न गुर सिखाए जा रहे हैं ताकि किसी भी अनचाही स्थिति में वे अपना बचाव कर सकें। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास और जागरूकता बढ़ाना है, जिससे वे किसी भी तरह की मुश्किल परिस्थिति में खुद की रक्षा कर सकें।जिला जांजगीर-चांपा के रैंबो पब्लिक स्कूल में छोटे-बड़े सभी बच्चों को आत्मरक्षा के तरीके सिखाए जा रहे हैं। इस उद्देश्य से एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है, जहां लड़कियों को राह चलते मनचलों की छेड़खानी से खुद को सुरक्षित रखने के तरीके सिखाए जा रहे हैं। इस सिचुएशन में खुद की रक्षा कैसे करनी है, इसके टिप्स एक्सपर्ट द्वारा दिए जा रहे हैं, और बच्चियों को आत्मरक्षा के विभिन्न गुर सिखाए जा रहे हैं।
रैंबो पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर, आशीष सर ने बताया कि पिछले 5 महीनों से यहां बच्चियों को आत्मरक्षा की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। सेंसई अखिलेश आदित्य द्वारा बच्चों को सेल्फ डिफेंस और कराते की ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वे अपनी सुरक्षा खुद कर सकें। स्कूल में सभी बच्चों के लिए सेल्फ डिफेंस और कराते क्लास शुरू की गई है और उन्हें नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस स्कूल के कई बच्चों ने कराते में बेल्ट हासिल की है और कुछ बच्चों ने स्टेट लेवल टूर्नामेंट में मेडल भी जीते हैं।
कराते क्लास का नाम सुनते ही बच्चों के चेहरों पर खुशी झलकने लगती है। डायरेक्टर आशीष सर बताते हैं कि बच्चे सेंसई अखिलेश आदित्य को “कराते सर” के नाम से बुलाते हैं और उनका इंतजार करते रहते हैं। बच्चों का अपने कराते सर के प्रति एक अलग ही जुड़ाव देखने को मिलता है, जो उनके उत्साह और लगन को दर्शाता है।