Kanker: कांकेर जिले के ग्राम पंचायत मचांदुर में रेत खदान को लेकर सरपंच और सचिव की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों ने विरोध का मोर्चा खोल दिया है। पहले ग्राम सभा में रेत खदान के लिए जो प्रस्ताव पारित किया गया था, उसे बदलने के लिए सरपंच और सचिव ने दूसरी बार ग्राम सभा का आयोजन नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने बिना ग्राम सभा के ही प्रस्ताव रजिस्टर में फर्जी प्रस्ताव बनाकर हस्ताक्षर करके भेज दिया। इस मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों ने एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई है, और वे उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मामला पंचायत स्तर पर प्रशासनिक भ्रष्टाचार और ग्रामीणों के अधिकारों की अनदेखी का प्रतीक बन गया है।यहाँ पर ग्रामीणों की स्थिति का एक विवरण दिया गया है:
जब ग्रामीणों को इस मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत अनुविभागीय अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान पाया गया कि सरपंच और सचिव पंचायती राज अधिनियम के उल्लंघन में दोषी हैं। इसके बाद, ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात की और उचित कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और सचिव के कार्यों के कारण ग्राम का माहौल अत्यंत खराब हो गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि किसी प्रकार की कोई घटना होती है, तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
इस प्रकार, ग्रामीणों की चिंताएँ और उनकी मांगें प्रशासन के सामने स्पष्ट रूप से रखी गई हैं।