कृषि यंत्रीकरण योजना (Agricultural Mechanization Scheme) का उद्देश्य कृषि में आधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग करके किसानों की उत्पादकता को बढ़ाना है। यह योजना भारतीय कृषि क्षेत्र में यांत्रिक उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने और पारंपरिक कृषि पद्धतियों को सुधारने के लिए बनाई गई है। इसके माध्यम से कृषि कार्यों को आसान, तेज और सटीक बनाया जाता है, जिससे कृषि की लागत कम होती है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।
कृषि यंत्रीकरण योजना के मुख्य उद्देश्य:
कृषि उत्पादकता में वृद्धि: आधुनिक कृषि यंत्रों और उपकरणों का उपयोग करके खेती की उत्पादकता को बढ़ाना।
कृषि कार्यों का समय बचाना: परंपरागत तरीकों की तुलना में यांत्रिक उपकरणों के इस्तेमाल से कृषि कार्यों में समय की बचत होती है।
मूल्य वर्धन: कृषि यंत्रों के प्रयोग से किसानों को अधिक लाभ मिलने की संभावना बढ़ती है।
कृषि क्षेत्र में रोजगार का सृजन: इस योजना के तहत कृषि यंत्रों का उपयोग करने से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होते हैं।
खाद्य सुरक्षा: यांत्रिककरण से किसानों को अधिक उत्पादन प्राप्त होता है, जिससे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
संसाधनों की बचत: कृषि यंत्रों का उपयोग करके पानी, ऊर्जा और श्रम संसाधनों की बचत होती है।
योजना के तहत दिए जाने वाले लाभ:
यांत्रिकीकरण के प्रशिक्षण कार्यक्रम: किसानों को कृषि यंत्रों का सही तरीके से उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
सहायता और सब्सिडी: सरकार की ओर से विभिन्न प्रकार की वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है, ताकि किसान बेहतर उपकरणों का उपयोग कर सकें।
मूल्य वर्धन सेवाएं: कृषि उत्पादों के साथ-साथ यांत्रिक उपकरणों की मरम्मत और सेवाओं का भी वितरण किया जाता है।