Mauritius: मॉरीशस में विपक्ष के नेता नवीन रामगुलाम को हाल ही में हुए चुनाव में बड़ी जीत हासिल हुई है। उनकी पार्टी ने कुल 62 सीटों में से 60 सीटों पर विजय प्राप्त की है, जिससे उनकी राजनीतिक शक्ति और प्रभाव में जबरदस्त वृद्धि हुई है। इस जीत ने न केवल नवीन रामगुलाम की पार्टी को मजबूत किया, बल्कि विपक्ष के तौर पर उनकी स्थिति को भी और अधिक सुदृढ़ बना दिया है। यह चुनाव परिणाम मॉरीशस की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है और आगामी दिनों में देश की दिशा पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।
मॉरीशस के विपक्षी नेता नवीन रामगुलाम (77) को मंगलवार को प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त किया गया। यह उनकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण वापसी है, क्योंकि वह एक दशक के बाद इस पद पर लौटे हैं। सरकारी प्रसारक मॉरीशस ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (MBC) के अनुसार, रामगुलाम के नेतृत्व में गठित गठबंधन, एलायंस डू चेंजमेंट (एडीसी), ने नेशनल एसेंबली की 62 सीटों में से 60 सीटों पर भारी जीत हासिल की।
नवीन रामगुलाम पहले भी प्रधानमंत्री रह चुके हैं और उनकी वापसी को एक ऐतिहासिक पल माना जा रहा है। उनका गठबंधन चुनावी परिणामों से स्पष्ट है कि जनता ने उन्हें फिर से देश की बागडोर संभालने का मौका दिया है। उनकी पार्टी की यह जीत एक मजबूत संदेश देती है कि मॉरीशस के लोग बदलाव की ओर अग्रसर हैं और उन्हें रामगुलाम के नेतृत्व में एक नई दिशा की उम्मीद है।
इस चुनावी विजय के बाद, नवीन रामगुलाम की जिम्मेदारी बढ़ जाती है, और वह अब देश के राजनीतिक और आर्थिक मामलों में अपने अनुभव का उपयोग कर नए बदलावों के लिए कदम उठाने की तैयारी कर रहे हैं। उनकी इस वापसी के साथ, देश में नई उम्मीदें और चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं।
चुनाव आयोग ने रविवार को हुए मतदान के परिणामों की घोषणा की, जिसमें एडीसी (आधिकारिक लोकतांत्रिक गठबंधन) को कुल 62.6% वोट मिले। इस चुनावी परिणाम के बाद मौजूदा प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। चुनाव परिणामों के बाद, एडीसी के प्रमुख रामगुलाम ने बयान जारी किया और कहा कि उनका पहला कदम देश की जासूसी प्रणाली को समाप्त करना होगा। उनका मानना है कि जब तक यह प्रणाली जारी रहेगी, तब तक मॉरीशस के लोग स्वतंत्र रूप से आपस में संवाद नहीं कर सकते। रामगुलाम ने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य मॉरीशस के नागरिकों को अधिक स्वतंत्रता और गोपनीयता देना है, ताकि वे बिना किसी डर और दबाव के अपनी बात रख सकें।