प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान (PM Atmanirbhar Bharat Abhiyan) भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह अभियान 12 मई 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन में घोषित किया गया था। इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार ने कोविड-19 महामारी के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न आर्थिक सुधारों की घोषणा की।
प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान: आर्थिक विकास का नया युग” भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य देश को आत्मनिर्भर बनाना और आर्थिक विकास को नई दिशा देना है। इस अभियान के तहत भारत की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने, स्थानीय उद्योगों को मजबूत करने और विदेशी निर्भरता को कम करने पर जोर दिया गया है। यह अभियान भारतीय अर्थव्यवस्था में नवाचार, कौशल विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देता है, जिससे देश का समग्र आर्थिक विकास सुनिश्चित हो सके।
मुख्य उद्देश्य: आत्मनिर्भर भारत अभियान के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- आर्थिक सशक्तिकरण: देश को अपने संसाधनों, उत्पादों, और सेवाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना।
- नौकरी के अवसर: इस अभियान के जरिए भारतीय उद्योगों में रोजगार के नए अवसर पैदा करना।
- स्थानीय उत्पादों का समर्थन: स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करना और विदेशी सामान पर निर्भरता कम करना।
- औद्योगिक विकास: छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों को बढ़ावा देना ताकि घरेलू उत्पादन क्षमता बढ़े।
- नवाचार और तकनीकी विकास: उच्च तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देना और उत्पादकता में वृद्धि करना।
- देशी संसाधनों का उपयोग: भारतीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए आयात पर निर्भरता को घटाना।
आयोजन और पहल:
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- प्रोत्साहन पैकेज (Economic Stimulus Package): सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए विभिन्न योजनाओं और क्षेत्रों में निवेश करने के लिए था।
- MSME सेक्टर को सशक्त बनाना: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें वित्तीय सहायता, सस्ती दरों पर कर्ज और अन्य प्रोत्साहन दिए गए।
- लोकल फॉर वोकल: इस पहल का उद्देश्य भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देना और विदेशी उत्पादों के स्थान पर स्वदेशी उत्पादों का अधिक उपयोग करना है। यह मुहिम स्वदेशी वस्त्र, हैंडिक्राफ्ट, और अन्य घरेलू उत्पादों के लिए भी है।
- बड़ी संरचनात्मक सुधार: सरकार ने विभिन्न उद्योगों में संरचनात्मक सुधार किए, जैसे कृषि, श्रम कानून, और अन्य क्षेत्रों में सुधार, ताकि देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
- स्वदेशी उत्पादन में वृद्धि: प्रधानमंत्री ने विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं के लिए स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए। जैसे मेडिकल उपकरणों, फार्मास्युटिकल्स, और अन्य आवश्यक सामान का घरेलू उत्पादन बढ़ाना।
- नौकरी निर्माण: आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विशेष ध्यान दिया गया कि रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हों, जिससे बेरोजगारी की दर कम हो सके और लोगों को स्थानीय स्तर पर काम मिल सके।
आत्मनिर्भर भारत की प्रमुख लाभकारी योजनाएँ:
- प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना: यह योजना छोटे व्यापारियों और सड़क पर काम करने वाले लोगों के लिए है, जिससे उन्हें सस्ते ब्याज दर पर ऋण दिया जाता है, ताकि वे अपना व्यवसाय पुनः शुरू कर सकें।
- मेक इन इंडिया: आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मेक इन इंडिया को और बढ़ावा दिया गया। यह पहल विदेशी निवेश आकर्षित करने और घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए थी।
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना: इस योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक चीजों का वितरण किया गया।
निष्कर्ष: प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान का उद्देश्य केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना नहीं है, बल्कि देश की समृद्धि और सामाजिक विकास को भी सुनिश्चित करना है। यह पहल भारत को एक मजबूत, आत्मनिर्भर और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम राष्ट्र बनाने के लिए है।