Sukma News: जिला सुकमा में, एसपी किरण चव्हाण और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ शासन की “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” के तहत और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर, अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस का बढ़ता प्रभाव और नक्सलियों की अमानवीय, आधारहीन विचारधारा के खिलाफ स्थानीय आदिवासियों द्वारा की जा रही संघर्ष के चलते, नक्सली संगठन में सक्रिय 1 नक्सल दंपति सहित कुल 6 ईनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
इनमें शामिल हैं:
- महिला नक्सली कमला उर्फ बण्डी दूधी, जो सिलगेर के एलओएस कमाण्डर/एसीएम हैं, और जिन पर 5 लाख रुपये का इनाम है।
- पवन उर्फ कमलू हेमला, जो दक्षिण सब जोनल ब्यूरो प्रेस टीम के लैपटॉप ऑपरेटर (एसीएम) हैं, पर भी 5 लाख रुपये का इनाम है।
- बण्डू उर्फ बण्डी सोड़ी, जो दक्षिण सब जोनल ब्यूरो समन्वय दलम/एसीएम हैं, और जिन पर 5 लाख रुपये का इनाम है।
- महिला माड़वी/नागुल सुशीला किस्टाराम, जो एलओएस डिप्टी कमाण्डर/एसीएम हैं, पर 5 लाख रुपये का इनाम है।
- कुंजाम रोशन उर्फ महादेव, जो प्लाटून नम्बर 4 का पार्टी सदस्य हैं, जिन पर 2 लाख रुपये का इनाम है।
- दशरू उर्फ कोटेश सोड़ी, जो पूर्व सीसीएम सुदर्शन उर्फ दूला दादा का गार्ड हैं, और पामेड़ एरिया कमेटी के पार्टी सदस्य हैं, जिन पर भी 2 लाख रुपये का इनाम है।
इन सभी नक्सलियों ने नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से आत्मसमर्पण किया। इस अवसर पर आनंद सिंह राजपुरोहित, उप पुलिस महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज सुकमा, सूरजपाल सिंह वर्मा, पुलिस उप महानिरीक्षक (परि.), सीआरपीएफ रेंज कोंटा, किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, दीपक कुमार श्रीवास्तव, कमांडेंट 212 वाहिनी सीआरपीएफ, कर्मवीर सिंह यादव, द्वितीय कमान अधिकारी 219 वाहिनी सीआरपीएफ, अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा एवं मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स सुकमा, राकेश कुमार ठाकुर, सहायक कमांडेंट 2 वाहिनी सीआरपीएफ ने आत्मसमर्पण के दौरान उपस्थित होकर उनका समर्थन किया।
नक्सली रोशन उर्फ महादेव को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित करने में रेंज फिल्ड टीम (आरएफटी) कोंटा, 50, 212, 217, 219 वाहिनी सीआरपीएफ का विशेष योगदान रहा। इसी तरह, नक्सली दसरू उर्फ कोटेश सोड़ी को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित करने में 2 वाहिनी सीआरपीएफ की आसूचना शाखा और शेष नक्सलियों को प्रोत्साहित करने में जिला बल और डीआरजी सुकमा की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।