BHILAI NEWS: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पथ संचलन रविवार को भिलाई नगर में संपन्न हुआ। इस पथ संचलन की शुरुआत सेक्टर सात स्थित माता मंदिर से हुई, जो रशियन कॉम्पलेक्स, सेंट्रल एवेन्यू और चर्च के पास से होते हुए पुनः माता मंदिर के पास मैदान में समाप्त हुई। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्र संघचालक डॉक्टर पुरेंद्रु सक्सेना, नगर संघ चालक रामजी साहू और मुख्य अतिथि के रूप में नीलम चिन्ना केशवलू, माता धाम मंदिर की अध्यक्षता में उपस्थित रहे।
पथ संचलन के दौरान बारिश और बिजली कड़कने के बावजूद स्वयंसेवक अपनी जगह पर खड़े रहे, जिससे उनके साहस और समर्पण का प्रतीक बना। इस आयोजन ने संघ की एकता और दृढ़ता को दर्शाया, जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने एकजुट होकर अपने कर्तव्यों का पालन किया।यहां आपके द्वारा दिए गए विवरण का हिंदी में मानव-लिखित रूपांतरण प्रस्तुत है:
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्र संघचालक डॉक्टर पुरेन्द्रु सक्सेना ने शस्त्रपूजन के बाद अपना उदबोधन दिया। उन्होंने अपने भाषण में परिवार और पर्यावरण को सहेजने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत की संस्कृति कितनी महान है और कैसे परिवार में सभी को एक माला की तरह पिरोकर रखा जाता है।
डॉक्टर सक्सेना ने कहा कि यदि हमारा परिवार और आस-पास का समाज स्वस्थ और संगठित रहेगा, तो भारत पुनः विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर होगा। उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष में प्रवेश करने के संदर्भ में बताया कि यह जानना आवश्यक है कि संघ कैसे शुरू हुआ और आज यह कैसे बड़े पैमाने पर विभिन्न स्थानों पर कार्य कर रहा है।