Jagdalpur: छत्तीसगढ़ के बस्तर दशहरा पर्व के दौरान मुरिया दरबार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उद्बोधन के समय एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चित्रकोट के विधायक विनायक गोयल सोते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह दृश्य दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि कार्यक्रम के दौरान उनकी नींद लेना कई लोगों को अजीब लगा। इस घटना ने दर्शकों का ध्यान खींचा है और सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई मीम्स और टिप्पणियाँ भी बनाई जा रही हैं। बस्तर दशहरा पर्व अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, और इस तरह की घटनाएँ इस महोत्सव को और भी चर्चा में ला देती हैं।
इस वीडियो में विधायक महोदय एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान बैठे हुए हैं, जहां वे पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने के बजाय ऊंघते और सोते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह दृश्य उन उम्मीदों के विपरीत है, जो जनप्रतिनिधियों से जनता और समाज के प्रति 24 घंटे जागरूक रहने की अपेक्षा करते हैं। यह तस्वीर इस बात का प्रमाण है कि जनप्रतिनिधियों को अपने कर्तव्यों के प्रति कितना गंभीर होना चाहिए। उनकी यह स्थिति विकास और क्षेत्र के मुद्दों पर गहरी चिंता का विषय बन जाती है, क्योंकि ऐसे मौकों पर जनता उनसे सक्रियता और संजीदगी की अपेक्षा करती है। वीडियो में यह स्पष्ट है कि विधायक महोदय न केवल अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह हैं, बल्कि उनकी यह स्थिति समाज में विश्वास की कमी को भी दर्शाती है।यह घटना मंगलवार को जगदलपुर के सिरहासार भवन में बस्तर दशहरा पर्व के महत्वपूर्ण मुरिया दरबार कार्यक्रम के दौरान हुई। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का महत्वपूर्ण उद्बोधन हो रहा था, जब चित्रकोट विधायक विनायक गोयल ऊंघते और सोते हुए नजर आए। यह दृश्य उनके क्षेत्र और जनता के प्रति उनकी सजगता और जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल उठाता है। जब एक जनप्रतिनिधि इस प्रकार के महत्वपूर्ण अवसरों पर ध्यान नहीं दे रहा है, तो यह दर्शाता है कि वह अपने कर्तव्यों के प्रति कितने गंभीर हैं और जनता की समस्याओं के प्रति उनकी कितनी जागरूकता है। इस प्रकार की लापरवाही से यह संदेश जाता है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों और जरूरतों के प्रति उतने संवेदनशील नहीं हैं, जितना कि होना चाहिए।